निरमान सुसाइटी के जरिये तरक्‍की:-

निरमान सुसाइटी की 
स्थापना अलग-अलग समुदायों को अपनी भासान्‍नैं दुबारा ते जिन्दौ रखबे की इच्छा के साथ की गई है। इन भासान्‍नैं बार-बार बोली जाबे बारी भासान के रूप में जानौ जाबै। आगे की पढ़ाई नै साबित करौ है कि उनमें ते हरेक की अपनी एक अलग पहचान, इतिहास, व्यवहार, जादा सम्‍मान और चतुराई की बोली है। निरमान ने कई ऐसे भासा समुदायों के साथ काम करबे की जिम्‍मेदारी उठाई है, जिनमें से कई गतिविधिन्‍नैं कर रहे है।

क) बिरजभासा के माध्यम ते पढ़बे-लिखबे की योग्यता की उन्‍नति करनौ। 
ख) उनकी भासान में साहित्य कौ विकास करनौ।
ग) उनकी भासान में एक बहुभासी सब्दकोस तईयार करनौ।

ऊपर लिखी गई लिस्ट में, निरमान ने अब जोड़ौ, या वेबसाइट ऐ आगे बढ़ाबे काजैं बिरजभासा बोलबे बारेन को योग्य (सक्षम) कियौ।