पप्पू अपने यार गोलू ते कहरौ मेरौ रजल्ट देखकैं आजा। अगर मैं एक बिसय में फैल हैगौ हूं तौ बोलियौ जय सिरी राम। अगर दो बिसय में फैल हैगौ हूं तौ बोलियौ रधे- राधे। अगर मैं तीन में फैल हुयौ हूं तौ बोलियौ भिरम्‍मा बिसनु, महेस। तौ पप्‍पू रजल्ट देखकैं आयौ तौ गोलू नै पूछी काह रई भईया। गोलू बोलौ सच्‍चे दरबार की जय सब में फैल।