बिरजभासा में चटोकला

मास्टर नै पढबे बारे ते बोलौ

मास्टर नै पढबे बारे ते बोलौ तू बडौ हैकैं काह करै। पढबे बारौ बोलौ भ्याह करुंगौ। मास्टर बोलौ मेरौ मतलब  है क्या बनोगे। पढबे बारौ बोलौ दूल्हा। मास्टर अबे मेरौ मतलब है कि बडौ हैकैं मम्मी पापा कूं काह करैगौ। पढबे बारौ बोलौ बहू लाउंगौ। मास्टर बोलौ हे भगवान अबे जिंदगी कौ काह मकसद है। पढबे बारौ बोलौ हम दो हमारे दो।

पप्पू अपने यार गोलू ते कहरौ

पप्पू अपने यार गोलू ते कहरौ मेरौ रजल्ट देखकैं आजा। अगर मैं एक बिसय में फैल हैगौ हूं तौ बोलियौ जय सिरी राम। अगर दो बिसय में फैल हैगौ हूं तौ बोलियौ रधे- राधे। अगर मैं तीन में फैल हुयौ हूं तौ बोलियौ भिरम्‍मा बिसनु, महेस। तौ पप्‍पू रजल्ट देखकैं आयौ तौ गोलू नै पूछी काह रई भईया। गोलू बोलौ सच्‍चे दरबार की जय सब में फैल।

एक सरदार नै एक ढकेल बारे पै ते एक किलो अमरूद खरीदे

एक सरदार नै एक ढकेल बारे पै ते एक किलो अमरूद खरीदे। एक अमरूद में ते ते कीरा निकरियाऔ। सरदार अमरूद बारे के ढिंग गयौ और बाते बोलौ यामै तौ कीरा निकरौय। तौ अमरूद बारौ बोलौ ये तेरी किस्मत की बातै आगैं काह पतौ कै तोकूं मोटरसाईकिल निकरियाबै। सरदार बोलौ भाई सहाब दो किलो और दैदै।

संता अपने दोस्त बंता ते कहरौ

संता अपने दोस्त बंता ते कहरौ मैं दुनिया के सबरे अस्पतालन में जाकै आगौ। बंता कहरौ ना तू अभी तक एक अस्पताल में ना हैकैं आयौ। संता बोलौ ऐसौ हैई ना सकै तू बा अस्पताल कौ नाम बता। बंता बोलौ जनानौ अस्पताल। संता बोलौ अरे यार म्हां तौ मैं पैदा ही हुयौ।

एक पोत संतासिंह कूं बीस लाख की लौटरी खुली

एक पोत संतासिंह कूं बीस लाख की लौटरी खुली। संतासिंह पईसा लैबे कूं लौटरी बारे के ढिंग गये। नम्बर मिलाबे ते पीछैं लौटरी बारे नै कही सर अभी हम 1 लाख रुपईया दिंग्गे और बाकी के उन्‍नीस लाख अगले हफ्ता दै दिंग्‍गे। संतासिंह बोलौ ना मोकूं तौ पूरे पईसा अभी चहिंयै। ना तौ मेरे पांच रुपईया नै दैदै।

एक समुन्दर के किनारे तीन आदमी फसगे

एक समुन्दर के किनारे तीन आदमी फसगे। जिनमें एक अनिल, एक साहुन और एक पवन। तीनों जने याई सोच मेंए कै घर तक कैसैं पौंहचौ जाय। अनिल नै हिम्मत दिखाई और तैरतौ हुयौ आदी कोस तक गयौ और हैरान हैबे की बजै ते डूबकैं मरगौ। फिर साहुन नै सोची मैंऊ कोसिस करकैं देखूं। ऊ आदे कोस ते नैक जादा तक तैरकैं गयौ और डूबकैं मरगौ। दोनून के जाबे ते पीछैं पवन बचगौ तौ बानै सोची अब मैं अकेलौ काह करुंगौ। या बातै सोचकैं बानै भी पानी में छल्लांग लगा दी। आदी कोस तैरबे ते पीछैं बानै सोची अब मैं हैरान हैगौ आगैं जाऊंगौ तौ डूब जाऊंगौ या बातै सोचकैं पवन हैटौ आगौ।

एक सहर की छोरी कौ भ्याह गांम में हैगौ

एक सहर की छोरी कौ भ्याह गांम में हैगौ। एक दिना वाकी सास नै कही बेटी भैंस कूं न्यार डारया। ऊ भैंस कूं न्यार डारबे गई तौ भैंस के मौंह में झाग आरे तौ ऊ चुपचाप घर आकैं बैठगी। सास नै पूछी बेटी चुपचाप कैसैं बैठीय भैंस कूं न्यार डारयाई का। ना मम्‍मी भैंस तौ अभी कौलगेट कर्रीय। सास गैरोस हैकैं गिर पडी।

एक गांम ते ताजा- ताजा खबर पौंहची कै एक पंजाबी

एक गांम ते ताजा- ताजा खबर पौंहची कै एक पंजाबी जाट सहर में एक होटल में बेटर की नौकरी करैऔ। म्हां पै काम करते हुये बाय कछू दिना ही हुये। रोजीना के मैंनेजर ऊ अपनी औपिस में बुलायौ और बाते कही तेरे भईया कौ फौन आरौय लै बात करलै। बानै फौन उठायौ और अंगरेजी में टूटी फूटी बात करी और अपने भईया ते बात करकैं फौन मैंनेजर कूं दै दियौ। मैंनेजर नै बाते पूछी अपने भाई ते अंगरेजी में बात क्यों करी। अपनी जुबान में बात क्यं ना करी। बटेर बोलौ सहाब जी मोय पतौ नाय कि तिहारौ फौन पंजाबी भी बोलै।

एक मास्टर और सौनू

एक मास्टर सौनू ते खरगोस के दो जोडा और दो जोडा और दो जोडा मिलाकें कितेक हुये। सौनू बोलौ सात हुये। फिर मास्टर बोलौ बढिया तरैह ते सुन सौनू खरगोस के दो जोडा और दो जोडा और दो जोडा मिलाकें कितेक हुये। सौनू बोलौ सात। फिर मास्टर बोलौ अच्छौ तौ तू यूं बता बीयर की बोतल के दो जोडा और दो जोडा और दो जोडा मिलाकें कितेक हुये। मौनू बोलौ छै। तौ मास्टर बोलौ खरगोस के तीन जोडा मिलाकें छै क्यों ना हुये। सौनू बोलौ क्योंकि एक खरगोस पहले ते ही मेरे ढिंग हतेऔ।

मौनू रेल ते कहीं जारौ

मौनू रेल ते कहीं जारौ। बाके हात में एक दूरबीन लगरी। ऊ खिडकी ते बार-बार में बहार कूं झांकरौ। पर दूरबीनै ना लगाबैऔ। बा रेल में ते एक यातरी नै पूछी भाईसहाब ई दूरबीन काह काम कीय। मौनू नै कही जाते दूर की चीजन्‍नै देख सकैं। यातरीय बडी चिन्ता हुई। बानै पूछी कै तुमनै हात में ई दूरबीन क्यों लै राखीय। मौनू नै कही दर असल मैं अपने एक रिस्तेदारै देखबे कूं जारंऊ।