1. दूसरेन के बारे में सब सदां ही चतुर हैमै हैं, पर अपने बारे में ना जानैं हैं कि अगर जानैं भी हैं तौ गलत ही जानैं हैं।


2. हौंसलाय बड़ौ ऊंचौ करकैं रस्‍तान पै चल देऔ तोय तेरौ ठिकानौ मिल जाबैगौ, बढ़कैं अकेलौ तू सुरुआत करकैं देख तोकूं दल खुद बन जाबैगौ।


3. मूरख हौनौ उतनी सरम की बात नाय है, जितनौ कि सीखबे की इच्‍छा ना रखनौ।


4. पतझड़ हुये बिना पेड़ पै नये पत्‍ता ना आमै, ठीक वाई तरै परेसानी और मुसीबत सहे बिना आदमी के भी अच्‍छे दिना ना आमै।


5. जीवन में खुस आदमी बू है जो खुद कौ आंकलन करै है और दुखी आदमी बू है जो केवल दूसरेन कौ आंकलन करै है। सदां स्वस्‍थ रैंह- मस्‍त रैंह।


6. नामुमकिन और मुमकिन के बीच में फरक मांईस के ठोस फैसले पै भरोसौ करै।


7. जब लोग तुमनते दखल दैबे लगैं तौ समज जाऔ कै तुमन्‍नै सई रस्‍ता चुनौ है।


8. समै आदमी ऐ सपल ना बनाबै, समै कौ सई काम में लैनौ आदमीय ऐ सपल बनाबै।


9. बीतौ हुयौ लम्‍हा जिन्‍दगी ऐ समजबे कौ एक अच्‍छौ मौकौ है और आबे बारौ हर लम्‍हा जिन्‍दगी जीबे कौ दूसरौ मौकौ है। 


10. बा दिना हमारी सबरी दिक्‍कत खतम है जाऐंगी, जा दिना हमै ई बिस्वास है जाबैगौ कि हमारौ हर काम ईस्‍वर की इच्‍छा ते हैबै।


11. कोई ताखरी ना हैबै, रिस्तेन कौ बजन तोलबे काजैं, चिन्‍ता बताबै है कि ख्‍याल कौ पलरा कितनौ भारी है।


12. आदमी ऐ सुख-सान्‍ति तभी मिलैगी, जब बू अपने स्‍वारथ ऐ पूरी तरै ते खतम कर देगौ।


13. या तौ तरीका बदलौ या फिर अपने विचार, हर बेर आदमी बदल लैबे ते रिस्ते ना सुधरैं।


14. जानबे और समजबे में फरक हैबै है, हमन्‍नै भौत लोग जानै है मगर समजबे बारे कछू एक ही हैमै।


15. दोस्‍त और दुस्‍मन दोनूंन कूं कभऊ, बिस्‍वास दिबाबे की जरूरत ना हैबै, क्‍योंकि दुस्‍मन कभऊ बिस्‍वास ना करैगौ और दोस्‍त कभऊ दुविधा ना करैगौ।


16. हर नयौ दिना जीवन में बदलाव लाबे कौ बैहतरीन मौकौ है।


17. समजनी है जिन्दगी तौ पीछैं देखौ, अगर जीनी है जिन्‍दगी तौ आगैं देखौ।


18. दूसरेन के जरिये की गई गलतीन ते सीखौ, खुद पै आजमाकैं देखकैं सीखबे में उमर कम पर जाबैगी।


19. हाफतन कौ सदां स्वागत करैं, ये हमन काजैं दुगनौ फायदा दैमै। पहलौ हम उनते समाधान करबे काजैं अपनी बसकी की खोज करैं। दूसरौ हमन्‍नै उनते आबे बारे भविस्‍य में बचबे की जानकारी मिलै।


20. अपनेन पै भी उतनौ बिस्वास रखौ, जितनौ कि दवाईन पै करैं।