1. कमजोर तब रूकैं हैं जब वे थक जामैं हैं, और विजेता तब रूकैं हैं जब वे जीत जामैं हैं।
2. अपनेन पै भी उतनौ ही विस्वास रखौ, जितनौ दवाईन पै रखैं हैं।
3. सफलता हातन की लकीरन में ना, बल्कि माथे के पसीना में मिलै है।
4. अगर आप अपने जीवन ऐ बेहत्तर बनानौ चाहमै हैं तौ लोगन की मनकी ना बल्कि अपने मन की सुनौ।
5. सेहत ऐ ठीक रखबे काजैं….पचास गिराम की जीभ ऐ, सत्तर किलो के सरीर पै… हावी मत हौन देयौ।
6. भौत बडौ फरक है अंहकार और संसकार में अंहकार में हम दूसरेन नै झुकाकैं खुस हैमें हैं और संसकार में हम खुद झुककैं खुस हैमें हैं।
7. हौसला बी कोई वैध ते कम ना हैमै हैं, हर तकलीप में ताकत की दवा दैमै हैं।
8. नकारातमक लोगन ते दूर रहनौ चहियै, क्योंकि उन्नै हर समाधान मेंऊ, तकलीप नजर आबै है…॥
9. विचारन की खुबसूरती कहीं ते भी मिलै चुरा लेऔ, क्योंकि चैहरा की खुबसूरती तौ उमर के संग बदल जाबै है, पर विचारन की खुबसूरती सदां दिलन में अमर रहबै है।
10. जल्दी जगनौ हमेसा ई फायदेमंद हैबै है, फिर चाहे वो "नींद" ते हो या "अहम" ते या फिर "वहम" ते हो।
11. जिनकौ व्यवहार अच्छौ और दिल छू लेने बारौ हैबै है…उन काजैं दुआएं अपने आप निकर जामैं हैं…।
12. तुम रौंद सकैं हैं सब फूलन नैं, मगर तुम बसंत ऐ आबै ते ना रोक सकैं हैं।
13. दुनिया हमैं ई कहकैं मूरख बनाबै है कि कल कौ इंतजार करनौ चहियै, जबकि जीवन कौ आनंद याई पल मैं है जामैं हम जीरे हैं।
14. आपकौ जीवन महां ते सुरू हैबै है, जहां ते तुम्हारौ ड़र खतम है जाबै है।
15. विद्दा ऐ चोर ऊ ना चुरा सकै है।