दसरथ के चारों लाल दसरथ के चारों लाल

दिन-दिन नीके सो सब दिन नीके लगें।

कौन ने पूजी गंगा जमुना ...2, कौन ने सरयू धार,

सो दिन-दिन नीके सो दिन-दिन नीके लगें ॥ दसरथ के चारों ........

केकई ने पूजी गंगा जमुना ...2,

सुमित्रा ने सरयू धार, कौसल्या ने सरयू धार

सो दिन-दिन नीके सो सब दिन नीके लगें ॥ दसरथ के चारों .......

कौन घड़िन में लक्ष्मन जन्मे ...2, कौन घड़िन भगवान

सो दिन-दिन नीके सो दिन-दिन नीके लगें ॥ दसरथ के चारों ........

आधी सी रात में लक्ष्मन जन्मे ....2, ब्रह्म घड़िन भगवान

सो दिन-दिन नीके सो सब दिन नीके लगें ॥ दसरथ के चारों .......

कौन के जाए चरत भरत हैं .....2, कौन के लक्ष्मन राम

सो दिन-दिन नीके सो दिन-दिन नीके लगें ॥ दसरथ के चारों ..

केकई के जाए चरत भरत है..2,

सुमित्रा के लक्ष्मन राम, कौसल्या के लक्ष्मन राम

सो दिन-दिन नीके सो सब दिन नीके लगें ॥ दसरथ के चारों ..

कौन के बज रहे ढोलक नगाड़े ----2, कौन के घुरत निशान

सो दिन-दिन नीके सो दिन-दिन नीके लगें ॥ दसरथ के चारों .

केकई के बज रहे ढोलक नगाड़े ----2,

कौसल्या के घुरत निसान, सुमित्रा के घुरत निसान

सो दिन-दिन नीके सो सब दिन नीके लगें ॥ दसरथ के चारों ..

कौन के बँट रहे बूरे-बतासे ----2, कौन के बँट रहे पान,

सो दिन-दिन नीके सो दिन-दिन नीके लगें ॥ दसरथ के चारों ...

केकई के बँट रहे बूरे-बतासे ----2,

कौसल्या के बँट रहे, सुमित्रा के बँट रहे पान

सो दिन-दिन नीके सो सब दिन नीके लगें ॥ दसरथ के चारों ...

कौन के बँट रहीं सुरख चुनरिया ----2, कौन के दखनी चीर,

सो दिन-दिन नीके सो दिन-दिन नीके लगें ॥ दसरथ के चारों ........

केकई के बँट रहीं सुरख चुनरिया ----2,

कौसल्या के बँट रहीं, सुमित्रा के दखनी चीर

सो दिन-दिन नीके सो सब दिन नीके लगें ॥ दसरथ के चारों ........

कौन के बँट रहीं दुलरी तिलरी----2, कौन के मोतिन थाल,

सो दिन-दिन नीके सो सब दिन नीके लगें ॥ दसरथ के चारों ........

केकई के बँट रहीं दुलरी तिलरी----2,

कौसल्या के बँटत, सुमित्रा के मोतिन थाल

सो दिन-दिन नीके सो सब दिन नीके लगें ॥ दसरथ के चारों ........