मेरी सास नै धरौ पीसनौ बीबी दर-दर दई परात
दिन निकरौ जब हुयौ सवेरौ, बीबी हो सबरौ कर लियौ काम
सिर पै कल्सा, कंधा पै फवरौ बीबी चल दई ईख नराव
बारह बजे कि रेल में ते उतर परे रंग रूप
इमली के नीचैं आजा री छोरी तेरे आ गये पति भरतार
इमली के नीचैं ना आऊं छोरै नाय पति भरतार
तेरे पति छोरी काहै निसानी
मेरे पति की ईयै निसानी छाती पै नम्बर च्यार
तेरी बुरसैट उतारूं बुनान उतारूं
इमली के नीचैं अब आऊं छोरा
मेरे पति भरतार हम तौरी कमला
भोरी भारी समझै तुम तौ बडी चालाक
इतनी चालाक ना होती रे छोरा लोग फिरैं दो च्यार
- अपने बिचार जोड़ो