मेरी सास सबते प्यारी मनरा लियौ बुलाय
ऐसी चूडियां पैहरौ मेरी बहुअल धूप खिलै जब नग चमकै
दौर जिठानी यूं उठ बोली पति जेल कूं जारौ सै
कहां रखे सासुल बेटा के कपडा, कहां पै रखी तलवार
कर मरदानौ भेस जनानौ पति छुडाबे जा रई सै
गैल में गैलऊआ पूछै कौन है देस के रहबे बारे काहय तुम्हारौ नाम
बहुत दूर के रहने अवसर हमारौ नाम
कुरसी पै बैठौ,टेबिल पै बैठौ चाय पिबाऊं तुमकूं
ना बैठूं कुरसी, ना बैठूं टेबिल, ना पीऊं चाय तुम्हारी
कै तौ राजा के लडकाय छोडौ, तुमनै सूली चढांऊ
ये लो री तुम्हारे राजा कौ लडका, हमनै हांसी कर लई
आगैं-आगैं चलरे राजा पीछैं चल रई गोरी
ये लो री सासुल बेटा के कपडा ये लो री तलवार
साबास री गोरी प्यारी बहुअल बेटाय छुडाय घर लाई