एक छोरा भौत मोटौ वाकौ भ्याऔ। छोरा के घरवारे बोले बता भ्याह में घोडी ते जागौ का। ऊ बोलौ मैं तौ हाती ते भ्याहबे जाऊंगौ। घर वारेन्‍नै हाती ला दियौ। वाकी चढाई हाती ते हैरी तौ ऊ बेटी बारे के दरबज्‍जे पै पौंहचगौ तौ वाकी सारी हसगी। जीजा बोलौ कैसैं हसरीय सारी हाती ना देखौ का। सारी बोली हाती तौ देखौय पर हाती के ऊपर हाती आज पहली पोत देखौय।