आज दिन सोने का कीजो महाराज
सोने को सब दिन, रूपों की रात,
मोती के कलसे भराऊँ महाराज
आज बहूरानी मेरे घर में है आई
नौबत-नगाड़े, बजवाऊँ महाराज
हरे-हरे गोबर अँगना लिपाऊँ
बंदनवारें बँधवाऊँ महाराज
सखी-सहेलिन सबकू बुलवा के
मंगल-गीत गवाऊँ महाराज
साज-सिंगार बहू को करवा के
राई-नोन उतारूँ महाराज
आज दिन सोने को कीजे महाराज
- अपने बिचार जोड़ो