तेरे हिरदै में बैठा हूं मैं बीच पार गर तू ढूंढै ना पाये तौ मैं कया करुं

टेक- तेरे हिरदै में बैठा हूं मैं बीच पार गर तू ढूंढै ना पाये तौ मैं कया करुं
1.तेरे जन्मों से पहले सारे साधन किये
तेरे दांत नहीं थे तौ दूद दिये
तू पी ना पाये तौ मैं क्या करुं
तेरे हिरदै में बैठा हूं मैं बीच पार गर तू ढूंढै ना पाये तौ मैं कया करुं
2.तुझे खाने को अच्छे पदारथ दिये
मेवा मिस्‍ठान और फल भी दिये
तू खा ना पाये तौ मैं क्या करुं
तेरे हिरदै में बैठा हूं मैं बीच पार गर तू ढूंढै ना पाये तौ मैं कया करुं
3.तैनैं माता-पिता की ना सेवा करी
तैनैं साधू संगत कभी ना करी
फिर सिर धुन-धुन कैं रोये तौ मैं क्या करुं

तेरी जय हो मोर मुकट वाले

टेक-तेरी जय हो मोर मुकट वाले
1.जिस दिन जनम लियौ यदुराई
 जेल के टूट गये तारे
तेरी जय हो मोर मुकट वाले
2.गल में जन्ती माला सोह
पीताम्बर तन पै डारौ
तेरी जय हो मोर मुकट वाले
3.काली धै पै नाग नाथ दियौ
गोवरधन नख पै धारौ
तेरी जय हो मोर मुकट वाले
4.केस पकरकैं कंस पछारौ
भूमि कौ भार हरन हारौ
तेरी जय हो मोर मुकट वाले
5.दिरोपत सुता कौ चीर बढायौ
मान दुसासन कौ मारौ
तेरी जय हो मोर मुकट वाले
6.महा भारत कौ युद्‍ध जितायौ
बन अरजुन के रथ बारे
तेरी जय हो मोर मुकट वाले

तेरा पता नहीं लगता ओहो मोहन मुरली वाले

टेक- तेरा पता नहीं लगता ओहो मोहन मुरली वाले
1.बागों में ढूंढ आई मालिन से पूछ आई क्या केले में छिप जाते हो ओ हो मोहन मुरली वाले
तेरा पता नहीं लगता ओहो मोहन मुरली वाले
2.तालों पै ढूंढ आई धोविन से पूछ आई क्या साडी में छिप जाते हो ओ हो मोहन मुरली वाले
तेरा पता नहीं लगता ओहो मोहन मुरली वाले
3. कुऐ पै ढूंढ आई धीमरी से पूछ आई क्या रस्‍सी में छिप जाते हो ओ हो मोहन मुरली वाले
तेरा पता नहीं लगता ओहो मोहन मुरली वाले
4.महलों पै ढूंढ आई रानी से पूछ आई क्या रसोई में छिप जाते हो ओ हो मोहन मुरली वाले
तेरा पता नहीं लगता ओहो मोहन मुरली वाले
 

झन्डा तीन तिरंगा किले पै टांक दिया

टेक - झन्डा तीन तिरंगा किले पै टांक दिया
1. तातौ सौ पानी साबन दानी नहा गये जबाहर लाल नेहरु देस आजाद हुआ।
झन्डा तीन तिरंगा किले पै टांक दिया
2. सोने की थरिया में भोजन परोसे जैंय गये जबाहर लाल नेहरु देस आजाद हुआ।
झन्डा तीन तिरंगा किले पै टांक दिया
3. सोने के लोटा गंगाजल पानी पी गये जबाहर लाल नेहरु देस आजाद हुआ।
झन्डा तीन तिरंगा किले पै टांक दिया
4. सोने की सेज मोती झल्‍लर के तकिया सो गये जबाहर लाल नेहरु देस आजाद हुआ।
झन्डा तीन तिरंगा किले पै टांक दिया
5. पानी पचासी के बीडे बनाये पी गये जबाहर लाल नेहरु देस आजाद हुआ।

जाटनी मैं हरियाने की तोय लुंग्‍गी स्याम बुलाय

टेक-जाटनी मैं हरियाने की तोय लुंग्‍गी स्याम बुलाय
1.रात दिना तोय याद करुं मैं, रो-रो कैं फरियाद करु मैं
जिद मैंनै कर लई पाने की,तोय लुंग्‍गी स्याम बुलाय
जाटनी मैं हरियाने की तोय लुंग्‍गी स्याम बुलाय
2.तोय आनौ परै जरुरी,हमसे जाय सही नाय दूरी
बाट तेरी देखूं आने की, तोय लुंग्‍गी स्याम बुलाय
जाटनी मैं हरियाने की तोय लुंग्‍गी स्याम बुलाय
3.तेरी मिलन की हो रही आतुर,जल्दी आजा मेरे ठाकुर
तैयारी हो रही जाने की,तोय लुंग्‍गी स्याम बुलाय
जाटनी मैं हरियाने की तोय लुंग्‍गी स्याम बुलाय