एक गांम ते ताजा- ताजा खबर पौंहची कै एक पंजाबी

एक गांम ते ताजा- ताजा खबर पौंहची कै एक पंजाबी जाट सहर में एक होटल में बेटर की नौकरी करैऔ। म्हां पै काम करते हुये बाय कछू दिना ही हुये। रोजीना के मैंनेजर ऊ अपनी औपिस में बुलायौ और बाते कही तेरे भईया कौ फौन आरौय लै बात करलै। बानै फौन उठायौ और अंगरेजी में टूटी फूटी बात करी और अपने भईया ते बात करकैं फौन मैंनेजर कूं दै दियौ। मैंनेजर नै बाते पूछी अपने भाई ते अंगरेजी में बात क्यों करी। अपनी जुबान में बात क्यं ना करी। बटेर बोलौ सहाब जी मोय पतौ नाय कि तिहारौ फौन पंजाबी भी बोलै।

एक मास्टर और सौनू

एक मास्टर सौनू ते खरगोस के दो जोडा और दो जोडा और दो जोडा मिलाकें कितेक हुये। सौनू बोलौ सात हुये। फिर मास्टर बोलौ बढिया तरैह ते सुन सौनू खरगोस के दो जोडा और दो जोडा और दो जोडा मिलाकें कितेक हुये। सौनू बोलौ सात। फिर मास्टर बोलौ अच्छौ तौ तू यूं बता बीयर की बोतल के दो जोडा और दो जोडा और दो जोडा मिलाकें कितेक हुये। मौनू बोलौ छै। तौ मास्टर बोलौ खरगोस के तीन जोडा मिलाकें छै क्यों ना हुये। सौनू बोलौ क्योंकि एक खरगोस पहले ते ही मेरे ढिंग हतेऔ।

मौनू रेल ते कहीं जारौ

मौनू रेल ते कहीं जारौ। बाके हात में एक दूरबीन लगरी। ऊ खिडकी ते बार-बार में बहार कूं झांकरौ। पर दूरबीनै ना लगाबैऔ। बा रेल में ते एक यातरी नै पूछी भाईसहाब ई दूरबीन काह काम कीय। मौनू नै कही जाते दूर की चीजन्‍नै देख सकैं। यातरीय बडी चिन्ता हुई। बानै पूछी कै तुमनै हात में ई दूरबीन क्यों लै राखीय। मौनू नै कही दर असल मैं अपने एक रिस्तेदारै देखबे कूं जारंऊ।

सचिन अंजली ते कहरौ

सचिन अंजली ते कहरौ सुन जितेक देर में मैं एक सुआंस लऊं उतनी ही देर में देस में एक नयौ बच्‍चा जनम लैले। फिर अंजली अचम्मे में हैकैं बोली हाय राम अब तुम अपनी ई हरकत छोड क्यों ना दैमै। देस की आबादी पहले तेई जादाय।

मौनू एक पोत टिरक ते कहीं जारौ

मौनू एक पोत टिरक ते कहीं जारौ। गैल में बाकौ टिरक खराब हैगौ। मौनू नै टिरक लै जाबे कूं दूसरे टिरक कौ इन्तजाम करौ और अपने टिरकै लै जाबे लगौ। गैल में एक होटल पै सौनू निगाह परौ। सौनू, मौनू के टिरकै देखकैं जोर- जोर ते हसबे लगौ। मौनू नै गुस्‍सा में पूछी अबे तैनै कभी टिरक ना देखौ का। सौनू बोलौ टिरक तौ देखाय पर ऐसौ पहली पोत देखौय कै दो टिरक मिलकैं एक जेबरीय लै जारैं।