एक सरदार नै एक ढकेल बारे पै ते एक किलो अमरूद खरीदे

एक सरदार नै एक ढकेल बारे पै ते एक किलो अमरूद खरीदे। एक अमरूद में ते ते कीरा निकरियाऔ। सरदार अमरूद बारे के ढिंग गयौ और बाते बोलौ यामै तौ कीरा निकरौय। तौ अमरूद बारौ बोलौ ये तेरी किस्मत की बातै आगैं काह पतौ कै तोकूं मोटरसाईकिल निकरियाबै। सरदार बोलौ भाई सहाब दो किलो और दैदै।

संता अपने दोस्त बंता ते कहरौ

संता अपने दोस्त बंता ते कहरौ मैं दुनिया के सबरे अस्पतालन में जाकै आगौ। बंता कहरौ ना तू अभी तक एक अस्पताल में ना हैकैं आयौ। संता बोलौ ऐसौ हैई ना सकै तू बा अस्पताल कौ नाम बता। बंता बोलौ जनानौ अस्पताल। संता बोलौ अरे यार म्हां तौ मैं पैदा ही हुयौ।

एक पोत संतासिंह कूं बीस लाख की लौटरी खुली

एक पोत संतासिंह कूं बीस लाख की लौटरी खुली। संतासिंह पईसा लैबे कूं लौटरी बारे के ढिंग गये। नम्बर मिलाबे ते पीछैं लौटरी बारे नै कही सर अभी हम 1 लाख रुपईया दिंग्गे और बाकी के उन्‍नीस लाख अगले हफ्ता दै दिंग्‍गे। संतासिंह बोलौ ना मोकूं तौ पूरे पईसा अभी चहिंयै। ना तौ मेरे पांच रुपईया नै दैदै।

एक समुन्दर के किनारे तीन आदमी फसगे

एक समुन्दर के किनारे तीन आदमी फसगे। जिनमें एक अनिल, एक साहुन और एक पवन। तीनों जने याई सोच मेंए कै घर तक कैसैं पौंहचौ जाय। अनिल नै हिम्मत दिखाई और तैरतौ हुयौ आदी कोस तक गयौ और हैरान हैबे की बजै ते डूबकैं मरगौ। फिर साहुन नै सोची मैंऊ कोसिस करकैं देखूं। ऊ आदे कोस ते नैक जादा तक तैरकैं गयौ और डूबकैं मरगौ। दोनून के जाबे ते पीछैं पवन बचगौ तौ बानै सोची अब मैं अकेलौ काह करुंगौ। या बातै सोचकैं बानै भी पानी में छल्लांग लगा दी। आदी कोस तैरबे ते पीछैं बानै सोची अब मैं हैरान हैगौ आगैं जाऊंगौ तौ डूब जाऊंगौ या बातै सोचकैं पवन हैटौ आगौ।

एक सहर की छोरी कौ भ्याह गांम में हैगौ

एक सहर की छोरी कौ भ्याह गांम में हैगौ। एक दिना वाकी सास नै कही बेटी भैंस कूं न्यार डारया। ऊ भैंस कूं न्यार डारबे गई तौ भैंस के मौंह में झाग आरे तौ ऊ चुपचाप घर आकैं बैठगी। सास नै पूछी बेटी चुपचाप कैसैं बैठीय भैंस कूं न्यार डारयाई का। ना मम्‍मी भैंस तौ अभी कौलगेट कर्रीय। सास गैरोस हैकैं गिर पडी।